एमसीआई बैतूल में आयोजित हुआ कैरियर मार्गदर्शन एवं सम्मान समारोह का भव्य कार्यक्रम --
एमसीआई बैतूल के द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में ग्रीन पार्क में पौधरोपण किया गया!!
बैतूल जिले की अग्रणी शिक्षण एमसीआई बैतूल ने कैरियर मार्गदर्शन एवं सम्मान समारोह कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया था जिसमें हाल में कक्षा 10 वी और 12 वी में उत्कृष्ट अंकों के साथ सफलता अर्जित करने वाले स्टूडेंट्स के लिये सम्मान समारोह एवं कैरियर मार्गदर्शन का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था ,इस कार्य्रकम में जिले से सैकड़ों बच्चें शामिल हुए जिनका एमसीआई बैतूल ने प्रमाण पत्र एवं शील्ड से सम्मान किया ,इस कार्यक्रम में प्रमुखरूप से कक्षा 10 वी के बाद विषय चयन ,12 वी कक्षा के बाद कैरियर का चुनाव से संबंधित होने वाली सभी प्रकार के समस्या का समाधान कर उन्हें भविष्य में प्रतियोगी परिक्षाओं में सफल होने के लिए मार्गदर्शन दिया इस सेमिनार में प्रमुख रूप से मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं, इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं, सिविल सर्विसेस परीक्षाओं में सफल होने के लिए मार्गदर्शन दिया गया!
एमसीआई बैतूल के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह एवं कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश के MITS ग्वालियर के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीमान जामवंत कुमरे जी उपस्थित होकर जिले के विभिन्न क्षेत्र से उपस्थित बच्चों को मार्गदर्शन देते हुए कहा गया कि अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए क्या जरूरी है? लक्ष्यों को प्राप्त करने का सपना देखना निश्चित रूप से सुंदर होता है लेकिन उन्हें हासिल करने के लिए क्या करना चाहिए यह जानना भी आवश्यक है। आप कहीं ना कहीं से शुरूआत करते हैं और वही आपका शुरुआती बिंदु है जहां आप किसी विशेष समय पर होते हैं और वहीं से आप अपने निर्धारित लक्ष्य जो कि आपका गंतव्य है के लिए पहला कदम बढ़ाते हैं। आपके लक्ष्य तक पहुंचने की यात्रा को सफल बनाने के लिए क्या महत्वपूर्ण है यह पता लगाना भी आवश्यक है। आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अनुकूल प्रयास करना चाहिए और आपका प्रयास आपके लक्ष्यों के अनुरूप होना चाहिए।किसी भी व्यक्ति के सफलता में आत्मविश्वास, रुचि, योग्यता, प्रवीणता, परिश्रम, ये कुछ ऐसे शब्द हैं जो सफलता को निर्धारित करते हैं। हालांकि इन शब्दों का अलग-अलग भी काफी महत्व है, पर जब ये एक साथ मिल जाते हैं, तो व्यक्ति की सफलता सुनिश्चित होती है। मन लगाकर किया गया कोई भी काम व्यक्ति को सफलता की ओर ले जाता है। जबकि बेमन और अरुचि से किया गया काम नकारात्मक परिणाम देता है। अपनी योग्यता और अपनी क्षमता को बढ़ाने की कोशिश कीजिए इसके लिए योजना तैयार कीजिये और संबंधित क्षेत्र में अपनी जानकारी दुरुस्त रखिए, योग्यता होने पर ही आप खुद को अव्वल बना सकते हैं,प्रतियोगिता के इस जमाने में सफलता इतनी आसान नहीं है। इसके लिए आपको प्रवीण बनना होगा, यानी आप खुद को इतना कुशल बनाएं कि बाकी लोगों से आगे निकल जाएं। यही प्रवीणता है।
सफलता का नहीं होता शार्टकट:डॉ.राजा धुर्वे
एमसीआई बैतूल के डायरेक्टर डॉ.राजा धुर्वे
ने बच्चों मार्गदर्शन देते हुए कहा कि अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आपको अपना 100 प्रतिशत देना होगा, इसलिए खुद को पहचानें, अपने गुणों को परखें और फिर सुव्यवस्थित योजना के अनुसार काम करते हुए दुनिया को जीत लें, सभी को यह बात गांठ बांध लेनी चाहिए कि कामयाबी या सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता। कामयाबी के लिए आपको हीं मेहनत करनी है। जिस इंसान ने अपने अंदर की शक्ति को पहचान लिया समझो उसने अपनी जिंदगी का पूरा काम कर लिया,प्रयास करना कभी भी बन्द न करें, सफलता जरूर मिलेगी!
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लक्ष्य वही निर्धारित करें जिसमें रुचि हो:ईश्वर धुर्वे
एमसीआई बैतूल के शैक्षणिक संचालक ईश्वर धुर्वे जी ने बच्चों को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि अपने लक्ष्य को निर्धारित करते हुए अपने दिल की सुनिए और जो भी आपका दिल कहे उसका पालन करें। उदाहरण के तौर पर हो सकता है आप अपने व्यवसाय को लाभ के मापदंडों के बजाय कुछ सामाजिक कल्याण के मानदंडों पर आगे बढ़ाना चाहते हों। आप जो भी हासिल करना चाहते हैं उसका अनुसरण करें। यह जरूरी नहीं कि आप वही करें जो फायदे के लिए किया जाना चाहिए। अगर आपको लगता है कि आपकी ज़िम्मेदारी सिर्फ ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाने के बजाय अधिक से अधिक सामाजिक सुधार करना है तो यही कीजिए और इसी दिशा में आगे बढ़िए क्योंकि इससे आपको अधिक खुशी मिलेगी।
इसी तरह, हो सकता है आपको करियर के रूप में चिकित्सा का क्षेत्र अपनाने में कोई रूचि न हो हालांकि लोग तो आपको एक पेशेवर डॉक्टर बनने के अनेक लाभ बताते रहेंगे। इसी तरह, हो सकता है आपको अपने पारिवारिक पेशे को अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा हो। अपने साथियों, पारिवारिक सदस्यों या अन्य लोगों के बाहरी दबाव में कोई फैसला न करें। अपनी पसंद का ही करियर चुनें, आखिरकार आपको जिंदगी भर लगातार अपनी रोजी-रोटी के लिए इसी करियर के अनुसार कार्य करने की आवश्यकता होगी। तो क्या आप इसके लिए कोई ऐसा कार्य चुनना पसंद नहीं करेंगे जिसमें आपकी रूचि हो और जिसे करते हुए आपको आनंद की अनुभूति हो? निश्चित रूप से आप ऐसा ही करना चाहेंगे। और, जो वास्तव में आपको चाहिए उसे प्राप्त करने के लिए साहस की आवश्यकता होती है।
सही लक्ष्य, कड़ी मेहनत और आत्मविस्वाससही लक्ष्य, कड़ी मेहनत और आत्मविस्वास के साथ कैरियर का चुनाव हो तो सफलता मिल ही जाती है!!
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सही लक्ष्य, कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से सफलता संभव:डॉ.करुणा मालवीय
एमसीआई बैतूल की पूर्व स्टूडेंट डॉ.करुणा मालवीय ने बच्चों को मार्गदर्शन देते हुए कहा किसी भी स्टूडेंट्स या किसी भी व्यक्ति के सफलता में आत्मविश्वास,रुचि, योग्यता, प्रवीणता, परिश्रम,ये कुछ ऐसे शब्द हैं जो सफलता को निर्धारित करते हैं,हालांकि इन शब्दों का अलग-अलग भी काफी महत्व है, पर जब ये एक साथ मिल जाते हैं, तो व्यक्ति की सफलता सुनिश्चित होती है,मन लगाकर किया गया कोई भी काम व्यक्ति को सफलता की ओर ले जाता है, जबकि बेमन और अरुचि से किया गया काम नकारात्मक परिणाम देता है,आप थोड़ी देर के लिए जरा अपने अतीत में झांकिए,ऐसे दो कार्यों को याद कीजिए, जिनमें से एक को आपने अपनी रुचि से किया हो और दूसरी को अरुचि से,परिणाम को याद कीजिए। आप पाएंगे कि रुचि के काम में आपको ज्यादा सफलता मिली,किसी काम में दिलचस्पी आपको वह ऊर्जा देती है, जिससे राह की तमाम मुश्किलें भी आसान हो जाती हैं,रुचि के बाद सफलता के लिए जरूरी आधार है योग्यता,अपनी योग्यता और अपनी क्षमता को बढ़ाने की कोशिश कीजिए। इसके लिए योजना तैयार कीजिये,और संबंधित क्षेत्र में अपनी जानकारी दुरुस्त रखिए,योग्यता होने पर ही आप खुद को अव्वल बना सकते हैं!!
एमसीआई बैतूल में आयोजित सम्मान समारोह एवं कैरियर मार्गदर्शन में मुख्य अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश के MITS ग्वालियर के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीमान जामवंत कुमरे जी,एमसीआई बैतूल के डायरेक्टर डॉ.राजा धुर्वे जी, एमसीआई बैतूल के अकादमिक डायरेक्टर ईश्वर धुर्वे जी,एमसीआई बैतूल के शिक्षक नितेश धुर्वे जी,संजय धुर्वे जी,कन्नूलाल उइके जी,जेपी धुर्वे जी,श्रीमती वीणा धुर्वे जी,श्रीमती प्रियंका धुर्वे जी,ठाकुर सियाराम सलाम जी,अर्जुन धुर्वे जी,मुकेश धुर्वे जी,श्रीमती पुष्पा मर्सकोले जी,श्रीमती पुष्पा मालवीय जी,कमलेश उइके जी,राहुल धुर्वे जी,मोतीलाल मसराम जी,शीतल शाहू जी एवं बच्चें एवं उनके पालकगण उपस्थित थे!!