सूर्यकुमार यादव श्रीलंका के खिलाफ नहीं चले और आलोचक उन पर दाना-पानी लेकर चढ़ गए। ऐसा लगता है कि सूर्यकुमार यादव हर मैच में अग्नि परीक्षा देने जाते हैं, रन बन गए तो ठीक वरना आलोचना की बाढ़ आ जाती है। तुरंत हल्ला शुरू हो जाता है कि सूर्यकुमार यादव वनडे इंटरनेशनल खेलने लायक नहीं हैं।
जब मैदान पर सूर्यकुमार यादव उतरे। एक छोर से श्रेयस अय्यर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे थे। मुकाबला काफी हद तक भारत के पक्ष में था। भारत का स्कोर 4 विकेट के नुकसान पर 256 रन था। वह 9 गेंद पर 12 रन बनाकर निराश पवेलियन लौट गए। भारत को 276 पर पांचवां झटका लगा। हालांकि सूर्यकुमार यादव के विकेट से ज्यादा फर्क नहीं पड़ा।
अब आपको एक एक मैच पहले यानी भारत बनाम इंग्लैंड मुकाबले की तरफ ले चलते हैं। टीम इंडिया को केएल राहुल के रूप में 131 पर चौथा झटका लगा था। इसके बाद मैदान पर सूर्यकुमार यादव आए थे। उस दिन रोहित शर्मा के सिवा टॉप ऑर्डर का कोई बल्लेबाज नहीं चला था। सूर्यकुमार यादव ने टेल एंडर खिलाड़ियों के साथ मिलकर भारत का स्कोर 200 के पार पहुंचाया था। सूर्यकुमार यादव ने 47 गेंद पर 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 49 रन की पारी खेली थी। बाद में भारत ने 100 रन से मैच जीत लिया था।
शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर श्रीलंका वाले मैच से पहले लय में नहीं थे। दोनों ने इस मैच में फॉर्म हासिल कर ली। ऐसे में किसी खिलाड़ी को हर मैच के परफॉर्मेंस के आधार पर आंकना सही नहीं है। सूर्यकुमार यादव वह खिलाड़ी है, जो अपने दम पर किसी भी मैच को एकतरफा कर सकता है। आलोचना होनी चाहिए, लेकिन तर्क के साथ।