**दिल्ली, 3 अक्टूबर 2023:** दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को दोपहर 2 बजकर 53 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 मापी गई। भूकंप का केंद्र नेपाल में था।
भूकंप के झटकों से दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में अफरा-तफरी मच गई। लोग घरों से बाहर निकलकर सड़कों पर आ गए। कई इमारतों में दरारें आ गईं।
दिल्ली में, भूकंप के झटकों से कई लोगों को चोटें आई हैं। दिल्ली पुलिस ने बताया कि अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है।
भूकंप के बाद, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। डीडीएमए ने कहा कि लोग अपने घरों से बाहर निकलकर खुले स्थानों पर जाएं।
भूकंप के झटकों से दिल्ली में लोगों में दहशत का माहौल है। लोग भूकंप के बारे में बात कर रहे हैं और भविष्य में होने वाले भूकंप के बारे में चिंतित हैं।
**भूकंप के बाद दिल्ली में स्थिति**
भूकंप के बाद दिल्ली में स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि, कुछ इलाकों में बिजली गुल हो गई है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि भूकंप के झटकों से कई इमारतों में दरारें आ गई हैं। इन इमारतों को खाली करा दिया गया है।
दिल्ली में भूकंप के झटकों से कई लोगों को चोटें आई हैं। दिल्ली पुलिस ने बताया कि अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है।
**भूकंप के कारण**
भूकंप के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, भूवैज्ञानिकों का मानना है कि यह भूकंप हिंदुकुश-हिमालय क्षेत्र में प्लेटों के टकराने के कारण हुआ है।
**भूकंप के बाद क्या करें**
भूकंप के बाद, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जाती है। सुरक्षित स्थानों में खुले मैदान, पार्क और चौराहों शामिल हैं।
भूकंप के बाद, लोगों को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
* अपने घरों से बाहर निकलें और खुले स्थानों पर जाएं।
* यदि आप घर के अंदर हैं, तो दरवाजे और खिड़कियां बंद कर लें।
* बिजली के उपकरणों को बंद कर दें।
* यदि आप कार में हैं, तो कार को सड़क के किनारे पर खड़ी करें और बाहर निकलें।
* भूकंप के बाद, आपदा प्रबंधन अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।
भारत में भूकंप
भारत एक भूकंपीय रूप से सक्रिय देश है। भारत में हर साल कई भूकंप आते हैं। इनमें से कुछ भूकंप काफी विनाशकारी हो सकते हैं।
भारत में सबसे बड़ा भूकंप 1934 में आया था। इस भूकंप ने बिहार और बंगाल में लाखों लोगों की जान ली थी।
भारत में भूकंप से बचाव के लिए सरकार ने कई उपाय किए हैं। इनमें भूकंपीय जोखिम क्षेत्रों की पहचान करना और इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भूकंप के बारे में जागरूक करना शामिल है।