मनीषा धुर्वे जी को गोंडी भाषा सरक्षण के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मध्यप्रदेश की प्रांतीय अध्यक्ष बनाया"
नर्मदापुरम, गुरुवार, 07 सितम्बर, 2023
मध्यप्रदेश के अनूपचाल में, गोंडी भाषा के सरक्षण और संरक्षण के लिए कई वर्षों से कार्य कर रही मनीषा धुर्वे जी को गौरवान्वित किया गया है। इस महत्वपूर्ण प्रकल्प के नेता के रूप में, मनीषा धुर्वे जी को गोंडी भाषा लिपि सरक्षण संवर्धन प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है।
उन्हें इस मामूली उपलब्धि के लिए मध्यप्रदेश की प्रांतीय अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, जिनका नाम है एम.आर. उईके जी। इस पद की मान्यता करते हुए, उन्होंने मनीषा धुर्वे जी को उनके सामाजिक सेवा और संरक्षण के प्रयासों के लिए समर्थन और प्रेरणा दी।
मनीषा धुर्वे जी ने गोंडी भाषा के लिपि सरक्षण के क्षेत्र में अपने संघर्षपूर्ण प्रयासों से सुरक्षित भावनाओं और धरोहर को बचाने का कार्य किया है। उनके नेतृत्व में, यह प्रकोष्ठ गोंडी भाषा की संरक्षण और सरक्षण के क्षेत्र में अहम मिलकर काम कर रहा है, जिससे यह भाषा और उसकी संस्कृति को जीवंत रखने में मदद मिल रही है।
मनीषा धुर्वे जी के इस महत्वपूर्ण पदनाम की नियुक्ति पर, समाज के सभी साथी संगठनों ने उनकी प्रशंसा और शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। उनके सामर्थ्य और प्रतिबद्धता के साथ, मनीषा धुर्वे जी आगामी समय में भी गोंडी भाषा के सरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान करने का संकल्प लेती हैं।
यह प्रकोष्ठ और मध्यप्रदेश के साथी संगठनों के लिए गर्व का स्त्रोत है, जो गोंडी भाषा के संरक्षण के प्रति समर्थन करते हैं और उसकी महत्वपूर्ण भूमिका में योगदान करते हैं।
इस नियुक्ति के साथ, मनीषा धुर्वे जी ने गोंडी भाषा के सरक्षण के लिए अपने प्रतिबद्ध कार्यक्रम को और भी मजबूत किया है और इसे आगे बढ़ाने का संकल्प दिया है। हम सभी उनके उपकार के लिए आभारी हैं और उनके साथ हैं जब वे गोंडी भाषा के लिपि सरक्षण के क्षेत्र में और भी महत्वपूर्ण कार्य करती हैं।
(स्रोत: खबर आदिवासी, नर्मदापुरम)